नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 40,000 साल पहले से भारत के सभी लोगों का डीएनए वही है जो आज के लोगों का है। हम सभी के पूर्वज एक हैं, उन्हीं पूर्वजों के कारण हमारा देश फला-फूला, हमारी संस्कृति बनी रही। कार्यक्रम में भागवत ने ये भी कहा कि संघ का सरकार पर कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्य लोग जो सरकार में हैं, वे संघ के हैं और रहेंगे। शनिवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को धर्मशाला में पूर्व सैनिकों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 40 हजार साल पहले भारत के सभी लोगों का डीएनए वही है जो आज के लोगों का है। हम सभी के पूर्वज एक हैं और उन्हीं पूर्वजों के कारण हमारा देश फला-फूला और हमारी संस्कृति बनी रही। कार्यक्रम में इससे पहले मोहन भागवत ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 सशस्त्र बलों के जवानों के निधन पर दुख और संवेदना व्यक्त की और एक मिनट का मौन रखा। धर्मशाला में हुए कार्यक्रम में करीब एक हजार पूर्व सैनिकों ने शिरकत की। आरएसएस प्रमुख ने उनसे संघ के बारे में और जानने का आग्रह किया। सभा को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, ष्सरकारें हमारे खिलाफ थीं। हमेशा विरोध होता रहा है। संघ सभी बाधाओं को पार करके 96 वर्षों से चल रहा है और चूंकि इतने सारे स्वयंसेवक तैयार हो रहे हैं, इसलिए वे चुप नहीं बैठेंगे या बेकार नहीं बैठेंगे। समाज में जहां कहीं भी काम करने की आवश्यकता होती है, वे हमेशा उपलब्ध रहते हैं। स्वयंसेवकों द्वारा किए गए कार्य यह साबित करते हैं कि वे सिर्फ संसद नहीं चलाते हैं, वे समाज के लोगों को अपने साथ ले जाते हैं, वे स्वतंत्र और स्वायत्त हैं। आरएसएस प्रमुख ने जोर देकर कहा कि संघ बिना किसी प्रचार, आर्थिक बल या सरकारी सहायता के लगातार समाज के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ष्40,000 साल पहले से भारत के सभी लोगों का डीएनए वही है जो आज के लोगों का है। हम सभी के पूर्वज एक हैं, उन्हीं पूर्वजों के कारण हमारा देश फला-फूला, हमारी संस्कृति बनी रही।