नई दिल्ली। पुलिस नाबालिगों को एडल्ट वयस्क की तरह पेश करने की छूट मांगेगी। हैदराबाद पुलिस ने कहा है कि वह इस बात की अपील करेगी कि मामले के आरोपी नाबालिगों को वयस्कों की तरह पेश करने की छूट मिले। अपील को स्वीकार या अस्वीकार करना किशोर न्याय बोर्ड का विवेकाधिकार है। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सीवी आनंद ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में छह आरोपी हैं, जिनमें चार नाबालिग हैं। वे सभी या तो प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों से हैं या उनके बारे में कहा जाता है कि उनके ताकतवर लोगों के साथ संपर्क हैं। संशोधन के बाद इसकी अनुमति दी गई है, जिसका मतलब है कि ऐसे अपराध में कम से कम सात साल की जेल हो सकती है। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सीवी आनंद ने कहा कि पुलिस ष्अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिएष् अदालत में इसकी मांग करेगी। अन्यथा, एक किशोर को तीन साल से अधिक जेल की सजा नहीं दी जा सकती है। इस मामले में सभी पांच नाबालिगों की उम्र 16 से 18 साल के बीच हैय उनमें से एक बमुश्किल 18 साल से एक महीने छोटा है। तीन नाबालिगों का संबंध शक्तिशाली राजनेताओं से है।