नई दिल्ली। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल देश में हर दिन कम से कम 90 नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया। ये मामले भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और धारा 4 (पेनेट्रेटिव यौन हमले के लिए सजा) और 6 (गंभीर यौन उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत दर्ज किए गए हैं।
एनसीआरबी के हवाले से कहा गया है कि 2021 में देश भर में 33,186 नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया था। 3,522 नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण की रिपोर्ट करने में मध्य प्रदेश शीर्ष पर था। उसके बाद महाराष्ट्र में 3,480, तमिलनाडु में 3,435 और उत्तर प्रदेश में 2,749 थे। ऐसी 2,093 घटनाओं के साथ कर्नाटक पांचवें स्थान पर रहा। कर्नाटक में 2021 में हर दिन कम से कम पांच नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ था। देश में पिछले साल कुल 312 नाबालिग लड़कों के साथ बलात्कार किया गया था। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक मामले 96 थे, इसके बाद केरल में 74, हरियाणा में 61, तमिलनाडु में 34, पश्चिम बंगाल में 22 और उत्तराखंड में 8 थे। कर्नाटक में चार लड़कों के साथ भी रेप का मामला सामने आया था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि नाबालिग लड़कियों और बाल विवाह से जुड़े मामलों को भी पोक्सो मामलों के रूप में माना जाता है और आरोपी पर बलात्कार का मामला दर्ज किया जाता है। अधिकारी ने कहा कि पॉक्सो मामलों में 99 प्रतिशत से अधिक आरोपी पीड़िता के परिचित थे।
मध्य प्रदेश की बात करें तो साल 2020 की तुलना में साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध में एक फीसदी का इजाफा हुआ है। साल 2020 में कुल महिला अपराध 25640 हुए थे, जबकि सन 2021 में 30673 अपराध सामने आए। बच्चियों से रेप और पाक्सो एक्ट में देश में मध्य प्रदेश नंबर वन पर है। वहीं टोटल महिला अपराध में यह छठवें नंबर पर है।