नई दिल्ली। भारत में कई ऐसे मंदिर हैं, जहां हर साल करोड़ों का चढ़ावा आता है। देश में 5 मंदिर हैं जिनकी गिनती अमीर मंदिरों में की जाती है। भारतीय मंदिर हमारी आस्था के साथ-साथ समृद्ध धार्मिक विरासत के भी प्रतीक हैं। केरल में त्रिवेंद्रम स्थित पद्मनाभ स्वामी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। मंदिर के खजाने में हीरे, सोने के गहने और सोने से निर्मित मूर्तियां शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंदिर की 6 तिजोरियों में 20 अरब डॉलर की कुल संपत्ति है। मंदिर में स्थापित महाविष्णु भगवान की मूर्ति सोने से बनी है। मूर्ति की अनुमानित कीमत 500 करोड़ रुपये है। देश के सबसे अमीर मंदिरों की सूची में दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश का तिरुपति बालाजी मंदिर है। कुछ महीने पहले मंदिर प्रबंधन ने कहा था कि तिरुपति बालाजी मंदिर का करीब 5300 करोड़ रुपये का 10.3 टन सोना और 15 हजार 938 करोड़ रुपये कैश बैंकों में जमा हैं। इस तरह इस मंदिर की कुल संपत्ति 2.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई थी।देश के सबसे अमीर मंदिरों की सूची में तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित साई बाबा मंदिर है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंदिर के बैंक खाते में 380 किलो सोना, 4 हजार 428 किलो चांदी, डॉलर और पाउंड जैसी विदेशी मुद्राओं के रूप में बड़ी मात्रा में धन के साथ-साथ लगभग 1800 करोड़ रुपये जमा हैं।भारत में मान्यता प्राप्त शक्तिपीठ मंदिरों में से एक वैष्णो देवी मंदिर देश के अमीर मंदिरों में से एक है। सालभर यहां मां के दर्शन के लिए हजारों भक्त आते हैं। मीडिया के अनुसार 500 करोड़ रुपये सालाना यहां के श्राइन बोर्ड को भक्तों के चंदे से मिलते हैं। मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है। यहां सेलेब्रिटी से लेकर आम नागरिक तक माथा टेकने और मन्नत मांगने आते हैं। जानकारी के अनुसार इस मंदिर को 3.7 किलोग्राम सोने से कोट किया गया है। मंदिर को दान और चढ़ावे से सालाना करीब 125 करोड़ रुपये की आय होती है।