इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अभी तक सत्ता छिन जाने का शोक मना रहे हैं। वह अब तक इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहरा रहे थे, लेकिन अब उन्होंने इसमें दो नाम और जोड़ दिए हैं। इमरान खान ने दावा किया कि अमेरिका, इजरायल और भारत ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाने के लिए मिलकर साजिश रची है। इमरान लगातार आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें सत्ता से हटाने के पीछे अमेरिका का हाथ है, क्योंकि वह रूस से सस्ता तेल खरीदना चाह रहे थे।
इमरान ने कहा शहबाज को सत्ता में लाया गया, इसलिए नहीं कि वह अकलमंद हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि वह उनके सभी आदेशों का पालन करेंगे, जिसमें पहला आदेश पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी का था। उन्होंने ये बातें खैबर पख्तूनख्वा के अपर डीर जिले में एक रैली के दौरान कहीं। खान ने कहा कि जब भी आईएमएफ ने पीटीआई सरकार को पेट्रोल और बिजली की कीमतें बढ़ाने का आदेश दिया पूर्व सरकार कभी उनके दबाव के आगे नहीं झुकी।
इमरान ने कहा कि पाकिस्तान मेरी श्जिंदगी और मौतश् है। मैं अल्लाह के अलावा किसी के भी आगे नहीं झुकता हूं। उन्होंने कहा जब आईएमएफ ने पेट्रोल और बिजली की कीमतों को बढ़ाने के लिए कहा तो पीटीआई सरकार ने पेट्रोल के दाम 10 रुपए घटा दिए थे। हम अपने लोगों को वैश्विक महंगाई से बचाना चाहते थे।
हमारा लक्ष्य बाहर से पैसे लाकर लोगों को मुद्रास्फीति से राहत देना था। पेट्रोल और बिजली महंगी होने से बाकी चीजों के दाम भी बढ़ जाते हैं। खैबर पख्तूनख्वा की रैली में इमरान खान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भी घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि शहबाज शरीफ सिर्फ अपने भ्रष्टाचार मामलों से बचने के लिए सत्ता में आए हैं। इमरान ने कहा जिस दिन शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, उन्हें और उनके बेटे दोनों को एफआईए केस के तहत आरोपित किया जाना था। उनके सत्ता में आने का कारण सजा से बचना है।