देहरादून: भविष्य पर केन्द्रित बहुविषयक यूनिवर्सिटी यूपीईएस देहरादून ने आज अपनी नई ब्राण्ड पहचान पेश की है और बताया है कि वह ‘यूनिवर्सिटी ऑफ फ्यूचर’ के तौर पर कैसे उभर रही है। यूपीईएस वर्ष 2003 में अपनी स्थापना के बाद से आगे की सोच रखने वाला संस्थान रहा है, जिसने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय पहलों से शिक्षा के परिदृश्य में क्रांति की है। यह नई ब्राण्ड पहचान यूनिवर्सिटी के मूल्यों के अनुरूप क्रांति का नेतृत्व करने का उसका दृष्टिकोण दिखाती है।
यूपीईएस के वाइस चांसलर डॉ. सुनील राय ने समझाते हुए कहा, “बदलाव को रोका नहीं जा सकता, लेकिन क्रांति करना एक फैसला है और यूपीईएस में हम हर दिन यह फैसला ले रहे हैं। हमने नई तरह के प्रोजेक्ट्स शुरू किये हैं, साहसी पहलें की हैं और प्रमुख आइडियाज दिये हैं, ताकि हमारे स्टूडेंट्स पढ़ाई की दुनिया को इस तरह से खोजें कि वह उनके और उनकी आकांक्षाओं के लिये सबसे ज्यादा मायने रखने वाला हो। यूपीईएस उद्देश्य पर चलने वाली यूनिवर्सिटी है, जिसका नजरिया वैश्विक और आधुनिक है और जो शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिये टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है। बदलते समय में भी आगे बने रहने के लिये विकास करते हुए हम यूनिवर्सिटी ऑफ फ्यूचर हैं और हमेशा रहेंगे।”
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्यूचर के रूप में यूपीईएस छह मजबूत स्तंभों पर है खड़ी
- स्टार्ट-अप्स को सहयोग देना और उद्यमियों को सशक्त करना- यूपीईएस ने अपना फ्लैगशिप प्रोजेक्ट ‘रनवे’ लॉन्च किया है, जो एक स्टार्ट-अप इंक्युबेटर प्रोग्राम है, जो यूनिवर्सिटी के भीतर और बाहर स्टार्ट-अप्स के साथ काम करता है। यह आइडियाज को बढ़ावा देता है, फंडिंग देता है और मजबूत, बढ़ाए जाने के योग्य और सफल व्यवसाय बनने में उनकी सहायता करता है, ताकि स्टूडेंट्स केवल नौकरी चाहने वाले नहीं, बल्कि रोजगार निर्मित करने वाले भी बनें।
- बेजोड़ वैश्विक अवसर- यूनिवर्सिटी के वैश्विक रास्ते, अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन और सेमेस्टर एक्सचेंज प्रोग्राम स्टूडेंट्स की क्षमता को बाहर लाने और उन्हें वैश्विक नागरिक बनने के लिये तैयार करने के लिये डिजाइन किये जाते हैं। यूपीईएस में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शिक्षक पढ़ाते हैं और स्टूडेंट्स यूके, कनाडा, जर्मनी, आदि में यूनिवर्सिटी के भागीदार संस्थानों तक पहुँचकर वहाँ पढ़ सकते हैं।
- शैक्षणिक उत्कृष्टता और निजीकृत पढ़ाई- विश्व-स्तरीय फैकल्टी में फुलब्राइट, कॉमनवेल्थ, चेवनिंग, डीएएडी और एरास्मस के स्कॉलर्स और अग्रणी शोध शामिल हैं, जिन्होंने यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का समृद्ध माहौल दिया है। यूपीईएस के नौ प्रोफेसर विश्व के टॉप 2% शोधकर्ताओं में शामिल हैं और यूपीईएस उत्तराखण्ड की एकमात्र यूनिवर्सिटी है, जिसके पास 2021 में 1000 से ज्यादा स्कोपस इंडेक्स्ड पेपर्स की उपलब्धि है। उद्योग की नब्ज को समझते हुए यूनिवर्सिटी पढ़ाई के एक निजीकृत वातावरण की पेशकश करती है, जिसके लिये पाठ्यक्रम की नई रूपरेखा और डिजाइन योर ओन डिग्री (डीवायओडी) हैं। यह सीखने वाले के हिसाब से पढ़ाई पर जोर देते हैं, जिसमें स्टूडेंट अपने मुख्य, विशेषज्ञता वाले और छोटे विषयों को कस्टमाइज कर यूपीईएस के अलग-अलग स्कूलों में जा सकता है।
- डिजिटल तैयारी- क्यूएस आई गॉज में यूपीईएस का स्कोर परफेक्ट है, जो ई-लर्निंग के मामले में उसकी बेहतरीन विधियों का प्रमाण है। यूनिवर्सिटी अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है और कक्षा में सबसे नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है, ताकि ऑनलाइन पढ़ाई, संरक्षण और मूल्यांकन का अबाध अनुभव सुनिश्चित हो सके।
- उद्देश्यपूर्ण यूनिवर्सिटी- यूपीईएस लैंगिक विविधता और समावेश को बढ़ावा देने वाली यूनिवर्सिटी है, जो विभिन्न सामाजिक पहलें चलाती है, जैसे प्रोजेक्ट शक्ति के तहत छात्राओं के लिये मेरिट पर आधारित छात्रवृत्ति, खेल छात्रवृत्ति, सुविधा से वंचित स्टूडेंट्स के लिये फ्रीशिप्स और उत्तराखण्ड के निवासियों के लिये अधिवास छात्रवृत्ति। यूपीईएस प्रोजेक्ट ‘नमन’ भी चलाती है, जो सेना के शहीदों के परिवारों का जीवन बेहतर बनाने की पहल है।
- स्टूडेंट के परिणाम और अनुभव- प्लेसमेंट्स के मामले में यूपीईएस का ट्रैक रिकॉर्ड काफी अच्छा है और इसके स्टूडेंट्स वैश्विक कंपनियों में काम कर रहे हैं और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में पढ़ रहे हैं। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स द्वारा लिखी गई किताबें, उनके अपने उपक्रम की शुरूआत, गूगल पर सबसे कम उम्र के संरक्षकों के रूप में होने, आदि पर उसे गर्व है।
स्टूडेंट्स को पढ़ाई का संपूर्ण अनुभव देने के लिये यूपीईएस एकमात्र यूनिवर्सिटी है, जिसके पास ‘स्कूल फॉर लाइफ’ नामक अंतर्विषयक पढ़ाई की सुविधा और 21वीं सदी की क्षमताएं हैं। स्कूल फॉर लाइफ के माध्यम से सभी स्टूडेंट्स के लिये सोशल इंटर्नशिप्स में भाग लेना और संस्कृति तथा खेलों को उनके पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना अनिवार्य होता है, ताकि वे न केवल शैक्षणिक रूप से अच्छा प्रदर्शन करें, बल्कि उन्हें जीवन की महत्वपूर्ण कुशलताएं मिलें, वे सामाजिक रूप से सचेत हों और कल के बेहतर लीडर बनें।