नई दिल्ली। नागालैंड फायरिंग पर अमित शाह ने लोकसभा में बयान दिया. उन्होंने कहा कि संदिग्धों की आशंका में फायरिंग हुई थी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार नागालैंड की घटना पर अत्यंत खेद प्रकट करती है और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताती है। गृह मंत्री ने लोकसभा में कहा, श्श्नागालैंड की घटना की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसे एक महीने के अंदर जांच पूरी करने को कहा गया है। अमित शाह ने कहा, श्श्सभी एजेंसियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि भविष्य में विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते समय इस तरह की किसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।श्श् उन्होंने कहा कि वाहन में सवार 8 में से 6 लोगों की मौत हो गई। बाद में पता चला कि यह गलत पहचान का मामला है। 2 अन्य घायलों को सेना द्वारा निकटतम स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। इसकी खबर मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की यूनिट को घेर लिया। बता दें कि नागालैंड के मोन जिले में 24 घंटे के भीतर एक विफल उग्रवाद विरोधी अभियान और जवाबी हिंसा में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में कम से कम 14 आम नागरिकों और एक सैनिक की मौत हो गई।