नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रामीण महिलाओं को बड़ा तोहफा दिया है। 2022 के शुरु होने के ठीक पहले पीएम मोदी ने ग्रामीण इलाके की महिलाओं को 5000 की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी की सुविधा देने की घोषणा की है। दरअसल ग्रामीण विकास मंत्रालय ने देश भर की महिलाओं के लिए एक बड़ी सौगात का ऐलान किया है। ग्रामीण इलाके की जो महिलाएं दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सत्यापित महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, उनके लिए यह सुविधा शुरू हो रही है। किसी इमरजेंसी की स्थिति में ग्रामीण महिलाओं को बैंक से 5000 की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी मिल सकेगी। ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी का इस्तेमाल कर महिलाएं किसी भी समय अपने बैंक अकाउंट में मौजूद रकम से 5000 अधिक तक निकाल सकती हैं। आमतौर पर ऐसी सुविधाएं बैंक अपने बड़े ग्राहकों को देते हैं लेकिन अब ग्रामीण महिलाओं को भी इस सुविधा से उन्हें जरूरत के समय पैसे लेने के लिए किसी और के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा।
ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा ने 18 दिसंबर 2021 को दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सत्यापित महिला स्वसहायता समूह सदस्याओं के लिये 5000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा का शुभारंभ किया है। सरकारी बैंक और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। इस आयोजन में सभी बैंकों के मैनेजिंग डायरेक्टर, उप प्रबंध निदेशक, कार्यकारी निदेशक समेत मुख्य महाप्रबंधक भी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों के अधिकारी भी शामिल थे।
सत्यापित स्वसहायता सदस्यों को पांच हजार रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा की अनुमति देने के विषय में वित्तमंत्री ने 2019-20 के अपने बजट भाषण में घोषणा की थी।उसके अनुसार ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने देश के ग्रामीण इलाकों में महिला स्वसहायता समूहों की सदस्याओं को ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसका उद्देश्य इमरजेंसी में आने वाली जरूरतों को पूरा करने में मदद करना है। एक अनुमान के अनुसार डीएवाई-एनआरएलएम के तहत 5 करोड़ महिला स्वसहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं ओवरड्राफ्ट सुविधा की पात्र होगी।