नई दिल्ली। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा शासित नगर निगमों द्वारा चल रहे अतिक्रमण रोधी अभियान के खिलाफ रविवार को भाजपा मुख्यालय के निकट प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को भाजपा मुख्यालय की तरफ बढ़ने के दौरान पुलिस ने अवरोधक लगाकर रोक दिया। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के नेता परवेज आलम ने कहा, दिल्ली में भाजपा शासित नगर निगम गरीब लोगों के घरों और दुकानों को गिराने के लिए ये अभियान चला रहे हैं। इस अभियान के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता अपना विरोध जारी रखने वाले हैं। कांग्रेस के पूर्व सांसद रमेश कुमार और पूर्व पार्षद अनिल मित्तर सहित पार्टी के कई अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
गौरतलब है कि दिल्ली में तीनों नगर निगमों पूर्व, उत्तर, दक्षिण में भाजपा सत्तारूढ़ है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारी अतिक्रमण रोधी अभियान की आड़ में गरीबों के घरों और दुकानों को निशाना बना रही हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, श्श्भाजपा शासित निगम अतिक्रमण नहीं हटा रहे हैं, बल्कि गरीबों के घरों और दुकानों को तोड़ रहे हैं। यह सही नहीं है। जब यह तथाकथित अतिक्रमण किया जा रहा था तब वे लोग कहां थे? गरीबों का यह उत्पीड़न बंद होना चाहिए। निगमों के इस अभियान के तहत शाहीन बाग, मदनपुर खादर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, बवाना, रोहिणी, मंगोलपुरी, करोल बाग के प्रेम नगर, गोकुलपुरी, गीता कॉलोनी, लोधी कॉलोनी और जनकपुरी सहित अन्य स्थानों पर अवैध अतिक्रमण को हटाया गया। दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग में इस सप्ताह की शुरुआत में इसतरह के एक अभियान के दौरान निगमकर्मियों को स्थानीय निवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा था। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों द्वारा कथित तौर पर स्थापित किए गए अतिक्रमणों को हटाने के लिए पार्टी शासित नगर निगमों को पत्र लिखा है।