कानपुर। कानपुर में हुई हिंसा को 5 दिन बीत चुके हैं। अभी तक पुलिस ने 50 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पिछले 24 घंटे के अंदर ही 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सीसीटीवी में दिखे 40 संदिग्ध की तस्वीरें जारी की है। इसके बाद संदिग्ध खुद ही सरेंडर करने थाने पहुंच रहे हैं। एक नाबालिग संदिग्ध ने सरेंडर किया। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा पत्थरबाजी के संदिग्धों के पोस्टर चस्पा करने के बाद आरोपियों में पुलिस का खौफ दिख रहा है। सोमवार देर रात आरोपी नाबालिग युवक ने थाने में सरेंडर किया। पोस्टर में इसकी तस्वीर 13वें नंबर पर थी। पुलिस ने नाबालिग के बड़े भाई और बहनोई को हिरासत में लिया था। फिर नाबालिग ने खुद ही सरेंडर कर दिया।
फिलहाल 40 लोगों के पोस्टर जारी किए गए। पुलिस ने बाकायदा सीसीटीवी से छांट-छांटकर पत्थरबाजों की एक लिस्ट तैयार की। इसमें से 40 की फोटो पोस्टर बनाकर कानपुर की दीवारों पर चिपकाई गई।
अभी तक जो वीडियो सामने आए है, उससे लगता है कि कानपुर हिंसा में पत्थरबाजों ने जमीनी और हवाई हमले की पूरी तैयारी की थी। 3 जून को पत्थरबाजों ने जमीनी हमले के लिए ठेले का इंतजाम किया था। इन ठेलों पर बड़ी मात्रा में पत्थर रखे गए थे। इन्हीं से पत्थर उठाकर फेंके जा रहे थे।
इसके अलावा ऊंची इमारतों से भी पत्थर फेंककर हवाई हमले किए जा रहे थे। इमारतों की छतों पर बड़ी मात्रा में पत्थर इकट्ठा किए गए थे। पत्थरबाजों ने जिस चंद्रेश्वर हाता को टारगेट किया था, वहां रहने वाले लोगों का आरोप है कि वहां लोग यहां के हिंदू परिवारों को डराकर भगाने के लिए ऐसा कर रहे थे। हालांकि छतों से पत्थरबाजी की जानकारी के बाद पुलिस ने मामले की अलग जांच शुरू की है। प्रशासन इस शिकायत के बाद विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर अवैध ऊंची इमारतों पर कार्रवाई का मन बना रहा है। फिलहाल पुलिस आरोपियों के धरपकड़ कर रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के अभी और पोस्टर आएंगे।