कांस। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर इन दिनों कांस में हैं। कांस में अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल चल रहा है, जहां भारत कंट्री ऑफ ऑनर है। भारतीय सिनेमा को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पूरी दुनिया में अपनी फिल्मी यात्रा, सिनेमेटिक एक्सीलेंस और दुनिया भर में भारतीय फिल्मों का दमखम प्रदर्शित करने का मौका मिला है।
इस बार तमिल, मराठी, मलयालम और हिंदी की 6 फिल्मों को वहां प्रदर्शित किया जाएगा। एआर रहमान, शेखर कपूर, नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे सितारे अनुराग ठाकुर के साथ रेड कार्पेट पर कांस फिल्म फेस्टिवल में एंट्री लेंगे। ये भारत के लिए गौरव की बात है कि फ्रांस में आयोजित इस फिल्म फेस्टिवल में अपनी इस क्षेत्र में ताकत दिखाने का मौका मिला है।
आलम ये है कि खुद पीएम मोदी ने फेस्टिवल शुरू होने के पहले वहां भाग ले रही टीम इंडिया के नाम एक खुला खत लिख कर भारत को बड़ी सफलता मिलने की दुआ की। पीएम मोदी ने कहा कि ये संयोग ही है कि भारत-फ्रांस संबंधों के 75 साल, आजादी के 75 साल और कांस फिल्म फेस्टिवल साथ-साथ मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने बताया कि भारत की काफी कुछ कहानियां कहनी बाकी हैं और भारत में वो क्षमता है कि वो दुनिया का कंटेट हब बनेगी। अब चित्रपट की दुनिया में अपनी ताकत दिखाने गए टीम इंडिया के नेतृत्व की बागडोर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने संभाली तो उन्होंने तय कर लिया था कि कुछ अलग कर के दिखाना है ताकि दुनिया के सामने देश की फिल्मों का ही नहीं बल्कि बाकी दमखम भी दिखे।
17 मई की देर रात जब रेड कार्पेट पर टीम इंडिया एक दूसरे का हाथ थामे रेड कार्पेट पर उतरी तो साफ हो गया कि क्या अलग था। अनुराग ठाकुर पूरी तरह भारतीय परिवेश में नजर आए। उनका परिधान भारत के बुनकर समुदाय को दिया गया उनका सम्मान था। साथ ही खादी और हथकरघा उद्योग के लिए भी संदेश था कि दुनिया में उनका मान कितना बढ़ा है। उनके परिधान में चंदेरी की छाप जिसमें सिल्क और सूती यानि चंदेरी (मध्य प्रदेश) के बुनकरों की मेहनत और भागलपुर (बिहार) के सिल्क का मिश्रण उनके परिधान की शोभा और बढ़ा रहा था। परिधान को और चमकाने के लिए, भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता का ध्यान रखा गया है। चंदेरी में बुने गए कपड़ों पर जो गोल्डन मेटालिक बटन हैं, उन पर भारत ने दुनिया भर में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश दिया। सूत्रों के मुताबिक कांस फिल्म फेस्टिवल में इस परिधान में रेड कार्पेट पर चलना ही जता रहा है कि पीएम मोदी की ‘वोकल फॉर लोकल’ की कॉल का कितना जबरदस्त असर हो रहा है।