नई दिल्ली। कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को देखकर पश्चिम रेलवे ने एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों को डिस्पोजल लिनेन देने का फैसला किया है।शुरुआती दौर में चार ट्रेनों में इसकी शुरुआत की गई है।रेलवे द्वारा दिए जा रहे डिस्पोजल लिनेन पैकेट में एक कंबल, एक तकिया व उसका कवर, एक चादर, मास्क, सेनिटाइजर और नैपकिन होगा। पश्चिम रेलवे के मुताबिक जिन 4 ट्रेनों में इस तरह के डिस्पोजल लिनेन दिए जा रहे हैं, उसमें अगस्त क्रांति, राजधानी एक्सप्रेस, गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस और पश्चिम एक्सप्रेस का नाम शामिल है।इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्री महज 150 रुपये में डिस्पोजल लिनेन के पैकेट को खरीद सकते हैं।कोरोना के नए वेरिएंट को देखकर यह फैसला लिया गया है। इससे घर से इन सब चीजों को लाने वाले यात्रियों का न सिर्फ बोझ कम होगा, बल्कि घर से लाने में भूलने की स्थिति ने उन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।इतना ही नहीं, यात्रा खत्म होने के बाद इसका इस्तेमाल करने वाले यात्रियों से रेलवे खुद डिस्पोजल लिनेन कलेक्ट करके उस डिस्पोज करेगा, इससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा।
रेलवे के मुताबिक ट्रेनों के फिर से सामान्य होने के बाद वह फिर से पहले जैसा लिनेन देने की तैयारी थी, लेकिन कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को देखकर फैसले को आगे के लिए टाल दिया गया और उसकी जगह डिस्पोजल लिनेन मुहैया कराने की शुरुआत की गई है।पश्चिम रेलवे के मुताबिक आने वाले दिनों में जल्द ही इसे कई अन्य ट्रेनों में देने की भी शुरुआत की जाएगी, ताकि संक्रमण फैलने का खतरा भी न रहे और यात्री सुरक्षित तरीके से यात्रा कर सकें।